Prerak kahaniya
बाप पतंग उड़ा रहा था बेटा ध्यान से देख
रहा था
थोड़ी देर बाद बेटा बोला पापा ये धागे
की वजह से पतंग और ऊपर
नहीं जा पा रही है इसे तोड़ दो
बाप ने धागा तोड़ दिया
पतंग थोडा सा और ऊपर गई और उसके बाद
निचे आ गई
तब बाप ने बेटे को समझाया
बेटा जिंदगी में हम जिस उचाई पर है,
हमें अक्सर लगता है ,
की कई चीजे हमें
और ऊपर
जाने से
रोक रही है,
जैसे
घर,
परिवार,
अनुशासन,
दोस्ती,
और हम उनसे आजाद होना चाहते है,
मगर यही चीज होती है
जो हमें उस उचाई पर बना के रखती है.
उन चीजो के बिना हम एक बार तो ऊपर
जायेंगे
मगर
बाद में हमारा वो ही हश्र होगा, जो पतंग
का हुआ.
इसलिए जिंदगी में कभी भी
अनुशासन का,
घर का ,
परिवार का,
दोस्तों का,
रिश्ता कभी मत तोड़ना
रहा था
थोड़ी देर बाद बेटा बोला पापा ये धागे
की वजह से पतंग और ऊपर
नहीं जा पा रही है इसे तोड़ दो
बाप ने धागा तोड़ दिया
पतंग थोडा सा और ऊपर गई और उसके बाद
निचे आ गई
तब बाप ने बेटे को समझाया
बेटा जिंदगी में हम जिस उचाई पर है,
हमें अक्सर लगता है ,
की कई चीजे हमें
और ऊपर
जाने से
रोक रही है,
जैसे
घर,
परिवार,
अनुशासन,
दोस्ती,
और हम उनसे आजाद होना चाहते है,
मगर यही चीज होती है
जो हमें उस उचाई पर बना के रखती है.
उन चीजो के बिना हम एक बार तो ऊपर
जायेंगे
मगर
बाद में हमारा वो ही हश्र होगा, जो पतंग
का हुआ.
इसलिए जिंदगी में कभी भी
अनुशासन का,
घर का ,
परिवार का,
दोस्तों का,
रिश्ता कभी मत तोड़ना
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