George Bernard Shaw जार्ज बर्नार्ड शॉ
अंग्रेजी के प्रसिद्ध साहित्यकार जार्ज
बर्नार्ड शॉ को कौन नहीं जानता । उन्होंने
अपना जीवन
प्रापर्टी डीलर के यहाँ उसके कार्यालय में
क्लर्क की नौकरी से प्रारंभ किया था।
प्रापर्टी डीलर और कई
काम करता था यथा मकानों को किराए पर
उठाना, बीमा एजेंसी चलाना आदि ।
उसके यहाँ शॉ का काम था मकानों तथा अन्य
स्थानों के किराए वसूल करना, बीमे की किश्तें
उगाहना,
टैक्सों की वसूली और अदायगी कराना । ये काम
करते समय उन्हें बड़ी-बड़ी रकमों का लेन-देन
करना पड़ता था और बड़े-बड़े प्रतिष्ठित
व्यक्तियों से संपर्क करना पड़ता था ।
स्वभाव से बर्नार्ड शॉ इतने विनम्र थे
कि किसी के साथ सख्ती या जोर
जबर्दस्ती नहीं कर पाते थे और
लोग थे कि उनकी परवाह ही नहीं करते । इन
कारणों से वे अपने काम में अपेक्षित
सफलता प्राप्त नहीं
कर पा रहे थे । यद्यपि उनके मालिक को इससे
कोई शिकायत नहीं थी, परंतु स्वयं बर्नार्ड
शॉ को अपने
काम से संतोष नहीं था ।
एक दिन उन्होंने अपने मालिक को सूचित करते
हुए पत्र लिखा, जिसे त्याग पत्र
की ही संज्ञा दी जा सकती
है कि 'महोदय मैं आपको सूचित कर
देना चाहता हूँ कि इस महीने के बाद मैं आपके
यहाँ काम नहीं कर सकूँगा ।
कारण यह है कि जितना वेतन आप मुझे देते हैं मैं
उतना काम कर नहीं पाता ।'
मालिक तो उनके काम से बहुत संतुष्ट था । वह
उनके स्वभाव से बहुत प्रसन्न भी था कि उनके
बारे में कभी
किसी देनदार ने कोई शिकायत नहीं की । उसने
बर्नार्ड शॉ को बहुत समझाया परन्तु
शॉ को यह उचित लग ही
नहीं रहा था कि जितना वेतन वे लेते हैं
इतना काम भी वे नहीं कर पाते ।
बर्नार्ड शॉ को कौन नहीं जानता । उन्होंने
अपना जीवन
प्रापर्टी डीलर के यहाँ उसके कार्यालय में
क्लर्क की नौकरी से प्रारंभ किया था।
प्रापर्टी डीलर और कई
काम करता था यथा मकानों को किराए पर
उठाना, बीमा एजेंसी चलाना आदि ।
उसके यहाँ शॉ का काम था मकानों तथा अन्य
स्थानों के किराए वसूल करना, बीमे की किश्तें
उगाहना,
टैक्सों की वसूली और अदायगी कराना । ये काम
करते समय उन्हें बड़ी-बड़ी रकमों का लेन-देन
करना पड़ता था और बड़े-बड़े प्रतिष्ठित
व्यक्तियों से संपर्क करना पड़ता था ।
स्वभाव से बर्नार्ड शॉ इतने विनम्र थे
कि किसी के साथ सख्ती या जोर
जबर्दस्ती नहीं कर पाते थे और
लोग थे कि उनकी परवाह ही नहीं करते । इन
कारणों से वे अपने काम में अपेक्षित
सफलता प्राप्त नहीं
कर पा रहे थे । यद्यपि उनके मालिक को इससे
कोई शिकायत नहीं थी, परंतु स्वयं बर्नार्ड
शॉ को अपने
काम से संतोष नहीं था ।
एक दिन उन्होंने अपने मालिक को सूचित करते
हुए पत्र लिखा, जिसे त्याग पत्र
की ही संज्ञा दी जा सकती
है कि 'महोदय मैं आपको सूचित कर
देना चाहता हूँ कि इस महीने के बाद मैं आपके
यहाँ काम नहीं कर सकूँगा ।
कारण यह है कि जितना वेतन आप मुझे देते हैं मैं
उतना काम कर नहीं पाता ।'
मालिक तो उनके काम से बहुत संतुष्ट था । वह
उनके स्वभाव से बहुत प्रसन्न भी था कि उनके
बारे में कभी
किसी देनदार ने कोई शिकायत नहीं की । उसने
बर्नार्ड शॉ को बहुत समझाया परन्तु
शॉ को यह उचित लग ही
नहीं रहा था कि जितना वेतन वे लेते हैं
इतना काम भी वे नहीं कर पाते ।
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